महालक्ष्मी मन्त्र

Mantra: अङ्गं हरेः पुलकभूषणमाश्रयन्ती भृङ्गाङ्गनेव मुकुलाभरणं तमालम्। अङ्गीकृताऽखिल-विभूतिरपाङ्गलीला माङ्गल्यदाऽस्तु मम मङ्गळदेवतायाः

Meaning:
श्री हरि के शरीर में अतिविशिष्ट आभूषणों, जैसे मधुमक्खी जो पौधे के अधखिले फूल को आभूषित करती है, की तरह निवास करने वाली, और जिन्होंने ब्रह्माण्ड के पूर्ण वैभव को दैवत्व से अपने शरीर में समाहित कर रखा है, उसी दैवत्व से हमारे जीवन में मंगल प्रदान करने वाली आनन्दमयी माता लक्ष्मी को नमन ।
Importance:
धन, समृद्धि, सुंदरता, यौवन और स्वास्थ्य के लिए प्रसिद्ध माता लक्ष्मी धन और आपसी सम्बंधों में मदद करती हैं ।

अन्य फायदे:

     कार्य की सफलता में मदद मिलती है
     व्यवसायिकों को लाभ और ग्राहकों को आकर्षित करने में फायदा
     मन की शांति
     भाग्यशाली ऊर्जा का उदय होता है
Mantra:-

अङ्गं हरेः पुलकभूषणमाश्रयन्ती भृङ्गाङ्गनेव मुकुलाभरणं तमालम्। अङ्गीकृताऽखिल-विभूतिरपाङ्गलीला माङ्गल्यदाऽस्तु मम मङ्गळदेवतायाः


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