Mantra: ॐ भूर् भुवः स्वः। तत् सवितुर्वरेण्यं। भर्गो देवस्य धीमहि। धियो यो नः प्रचोदयात् ॥
प्राणदायी, दुखों का नाश कर सुख प्रदान करने वाला वह जो सूर्य जैसा उज्जवल और सर्वोत्तम है एवं कर्मों का उद्धारकर्ता है, हे प्रभु! हमें आत्मचिंतन योग्य वैसी बुद्धि और शक्ति प्रदान करें ।
गायत्री, सभी पापों को मिटाने वाली सारे वेदों की जननी है। मंत्र में शब्दों को इस तरह व्यवस्थित किया गया है कि यह मन, आत्मा और शरीर पर एक शक्तिशाली प्रभाव पैदा करता है। इस मंत्र के फायदे हैं: श्वसन पद्धति में सुधार लाता है तंत्रिका तंत्र और हृदय को मजबूत करता है तनाव कम करता है और सीखने की क्षमता में विकास लाता है जीवन में समृद्धि और सफलता लाता है गायत्री मंत्र एक ऐसा मंत्र है जिसका 108 बार जाप करना उचित माना जाता है।
ॐ भूर् भुवः स्वः। तत् सवितुर्वरेण्यं। भर्गो देवस्य धीमहि। धियो यो नः प्रचोदयात् ॥
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