Mantra: ॐ सूर्य देवं नमस्ते स्तु गृहाणं करूणा करं। अर्घ्यं च फलं संयुक्त गन्ध माल्याक्षतै युतम्।।
हे सूर्य देव! हम आपको सुगंधित पुष्प फल माला अक्षत से परिपूरित पूर्ण श्रद्धा से अर्घ्य अर्पित करते हैं, आप इसे ग्रहण कर हम पर करुणा करो।
सूर्योपासना के महापर्व सूर्य षष्ठी (छठ पूजा) पर आज अस्ताचलगामी सूर्य की अंतिम किरण प्रत्यूषा को अर्घ्य देते हुए जीवन में इस विश्वास को दृढ़ करें कि अस्त हुआ सूर्य पुनः नयी आभा के साथ उदय होता है।
ॐ सूर्य देवं नमस्ते स्तु गृहाणं करूणा करं। अर्घ्यं च फलं संयुक्त गन्ध माल्याक्षतै युतम्।।
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