Mantra: ऊँ नम: शिवाय।।
हिंदू धर्म में ॐ नमः शिवाय पंचाक्षर कहलाते है और ये पंच तत्वों का प्रतीक माने जाते हैं. ॐ नमः शिवाय के ये पांच तत्व के स्वामी भगवान शिव है. कहते हैं कि “ॐ” ब्रम्हांड की ध्वनि है. इसका अर्थ है “ॐ” का अर्थ शांति और प्रेम है और पंचतत्वों के सामंजस्य के लिए “ॐ नमः शिवाय” का जप किया जाता है.
मान्यता है कि इस मंत्र का उच्चारण करने से हर तरह की बाधाएं दूर होती हैं. इस मंत्र जप से काम, क्रोध, घृणा, मोह, लोभ, भय, विषाद आदि सब खत्म हो जाता है. ॐ नमः शिवाय का मंत्र जप से व्यक्ति में साहस और उत्साह पैदा होता है. इतना ही नहीं, निरंतर जप से मृत्यु के भय को भी जीता जा सकता है. इस मंत्र का जाप करने से व्यक्ति जीवन चक्र का रहस्य समझ पाता है. साथ ही, मोक्ष प्राप्ति के लिए भी इस मंत्र का जप किया जाता है. ॐ शब्द में ही त्रिदेवों का वास माना गया है.
ऊँ नम: शिवाय।।
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